Thursday, December 12

Producer Vijay Thakur’s Film BAIKUNTH Released On Amazon Prime Getting Audience Love

निर्माता विजय ठाकुर की फिल्म “बैकुंठ” Amazon Prime पर रिलीज दर्शकों का मिल रहा प्यार

एक बहुत बड़ी चुनौती तो ले ही चुका था लेकिन इसका परिणाम क्या होगा कुछ पता नहीं था,लोग कहते थे आजकल दर्शक नाटक तो देखने जाते ही नहीं तो साहित्य पर आधारित आपकी फिल्म देखने कौन जाएगा ? लेकिन दर्शकों के बेशुमार प्यार ने इस बात को झूठला दिया और यह साबित कर दिया कि अगर साहित्य पर आधारित अच्छी सिनेमा बने तो दर्शक आज भी दिल खोल कर इसका स्वागत करते हैं ।

उक्त बातें कहना है प्रेमचंद के उत्कृष्ट नाटक “कफन” पर आधारित फिल्म बैकुंठ के निर्माता विजय ठाकुर का ।

विजय ने बताया कि 13 मई को Mx Player पर  और 2 जुलाई को Amazon Prime पर फिल्म रिलीज होने के कुछ दिन बाद ही लाखों की तादाद में दर्शक इस फिल्म को अपना प्यार दिया । बतौर निर्माता यह मेरे लिए गर्व की बात है कि भारत के साथ-साथ विदेशों से भी मुझे कई सारे  फोन कॉलस आये और बधाइयां मिली ,अपनी फ़िल्म इंडस्ट्री के कई सारे सीनियर कलाकारों का स्नेह व आशीष भी मिला ।जिसमें श्री  पियुष मिश्रा जी, श्री मती नादिरा ज़हीर बब्बर जी , श्री अखिलेंद्र मिश्रा जी,श्री राज पाल यादव जी ,श्री जुही बब्बर सोनी जी,श्री आर्या बब्बर जी ,श्री यशपाल शर्मा ,श्री पंकज त्रिपाठी जी जैसे समान्नीय व्यक्तित्व का आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है।

विजय ने बताया कि बॉलीवुड में घिसी- पिटी कहानियों पर फिल्म बनाने का चलन चल रहा है बॉलीवुड में साहित्य पर फिल्म बनाने का चलन तो है ही नहीं,यूं कहे कि कोई भी फिल्मकार यह चुनौती लेने के लिए तैयार ही नहीं है जो हिंदी साहित्य के साथ बहुत बड़ा अन्याय है ।

रंगकर्मी,लेखक, और निर्माता विजय ठाकुर की माने तो साहित्य हमारी सिनेमा का आधार है और आज हम इसे ही छोड़ रहे हैं यह सही नहीं है । हमने स्थिति-परिस्थितियों का सामना करते हुए “बैकुंठ” बनाया और आज परिणाम सबके सामने है आगे भी हम लोग अर्थपूर्ण सिनेमा बनाते रहेंगे।

बैकुंठ की पृष्ठभूमि घीसू और माधव नामक दो शख्स‌ की है । “बैकुंठ” प्रेमचंद्र के उत्कृष्ट नाटक में से एक “कफन”पर आधारित है ।’कफ़न’ में महान कहानीकार प्रेमचंद ने गांव में जातिवाद, भूमिहीन किसानों की दुर्दशा और समाज में व्याप्त आर्थिक असमानता को बड़ी ही मार्मिकता के साथ प्रस्तुत किया था. प्रेमचंद की इस कहानी में दर्ज इन्हीं जज्बात को उसी पुरजोर अंदाज़ में फिल्म ‘बैकुंठ’ में पेश किया गया है।

फिल्म ‘बैकुंठ’ का निर्माण रवि कुमार और विजय ठाकुर ने साझा तौर पर किया है और विश्व भानु ने बड़ी ही ख़ूबसूरती के साथ इस फिल्म‌ का लेखन और निर्देशन किया है. फ़िल्म  में सिनेमेटोग्राफ़र आशीष पांडे व संकलन साई राज ने बहुत लगन से अपना काम किया है. फिल्म‌ में मुख्य भूमिकाओं में वन्या, संगम‌ शुक्ला, विश्व भानु, विजय ठाकुर आदि अभिनय कौशल से दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहे हैं । उल्लेखनीय है कि इस फिल्म में गांव की ज़मीनी सच्चाइयों को दर्शाने के लिए गांव से जुड़े कलाकारों को ही तरजीह दी गई है।

  

उल्लेखनीय है कि ‘बैकुंठ’ 29  मार्च से Hungama play, Airtel xtream, VI movies and TV पर और 13 मई से MX Player और 2 जुलाई थे Amazon Prime के अलावा कुछ और ओटीटी प्लेटफार्म्स पर लाइव स्ट्रीम हो रही है ।

https://www.facebook.com/sahityatakofficial/videos/1323636638013093/