ASHFAQUE KHOPEKAR’S MESSAGE FOR lPRS MEMBERS
DEAR MEMBERS OF lPRS से समझोते वालीे बाते तो आप ने सुनी ही हेंगी,लेकिन lPRS के साथ किसने और कौन सी शर्तो पर समझोता हुआ है यह हम मे से किसे भी पता नही है और न ये लोग बताएंगे जो हमे समझोते पर दस्तखत करने बोले जारहे है।जीन मे कुछ राईटर आसेसियेशन के पुराने कमीटी वाले भी है जीन्होने एक नयी कॉपीराईट के लिए कंपनी/सोसायटी हमारे ही पैसे से बनाकर सरकार से ऑथराईज करनेमे सफल नही हुए, और हमारी की एकजूट की वजहा से lPRS का लायसेंस भी अब तक रीनीव नही हो पा रहा है। इसी वजाह से ये लोग आपसी शर्ते जो हमे बता नही सकते वो तय करके समझोता करने तयार होगये जीस मे जावेदद साहब की बडी भुमीका है।.
दोस्तो इन लोगोंके समझोते मे पारदर्षीता होती तेा हम से छुपाया नही जाता। अब तक तो ये मामला लिरीक्स राइटर,मुझीक डारेक्टर और म्युझीक कंपनी का था लेकिन अब राइटर का भी है। ये 50/60लोग अपने आप को सब कुछ समझकर मनमानी करना चाहत...